
इटावा जनपद के लालपुरा मुहल्ले में सोमवार रात सराफा करोबारी ने पत्नी, बेटा और दो
बेटियों को नींद की गोली खिलाने
के बाद रस्सी से गला घोंटकर हत्या
की थी। खुद भी खुदकुशी करने के
इरादे से ट्रेन की पटरी पर लेटा था,
लेकिन बच गया। यह कबूलनामा
खुद सराफा कारोबारी ने पुलिस
की पूछताछ में किया। पूछताछ
के बाद पुलिस ने परिवार के
हत्यारोपी सराफा कारोबारी को जेल
भेज दिया है।
कोतवाली क्षेत्र के लालपुरा
इलाके में सोमवार रात सराफा
कारोबारी मुकेश वर्मा की पत्नी, बेटा
और दो बेटियों की हत्या से सनसनी
फैल गई थी। सराफा कारोबारी
मुकेश वर्मा के पकड़े जाने के बाद
हत्याकांड से पर्दा उठा। उसने
बताया कि पूरे परिवार के साथ खुद
को खत्म करन की ठानी थी। पुलिस
के मुताबिक इसके लिए उसने पहले
घर में पत्नी रेखा वर्मा, पुत्र अभीष्ट
उर्फ आदी और पुत्री भव्या व काव्या
को खाने में नींद की गोलियां खिला
दीं। गोलियां खाने के बाद सभी लोग
बेहोश हो गए। इसके बाद उसने
पहले पत्नी, फिर बारी-बारी से बेटा
और दोनों बेटियों की रस्सी से गला
घोंटकर हत्या कर दी। सबको मारने
के बाद उसनेफोटो खींची। फिर घर
में ताला लगाकर निकल गया।
करने की ठानी। देर शाम रेलवे
स्टेशन के पास पहुंचा और पटरी
के बीच में लेट गया। उसके ऊपर
से ट्रेन गुजर गई, लेकिन वह बच
गया। सूचना मिलने पर आरपीएफ
के जवानों ने उसे पटरी से उठाया।
जब आरपीएफ न उसस े पूछताछ की े
तो उसने परिवार के चार लोगों की
हत्या करने की बात कबूली। चार
लोगों की हत्या की खबर से हड़कंप
मच गया।
आरपीएफ की सूचना पर पुलिस
रेलवे स्टेशन पहुंची और उसे
हिरासत में लेलिया।इस बीच पुलिस
न मुकेश व े र्मा के भाइयों को बुलाकर
घर का ताला तुड़वाया तो एक बेड
पर पत्नी, बेटा और बड़ी बेटी के शव
देखकर पुलिस दंग रह गई। पुलिस
ने ऊपरी मंजिर में छानबीन की तो
कमरे के बेड में छोटी बेटी का शव
पड़ा मिला। पुलिस ने चारों शवों
का पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के
लिए भजा। पु े लिस की यह कार्यवाही
आधी रात तक चलती रही।
नींद की गोलियां खिलाने के बाद घोंटा था गला
हेलमेट वितरित करते एसएसपी संजय कुमार वर्मा। अमृत विचार
पोस्टमार्टम हाउस में मौजूद परिजनों को ढांढस बंधाते सपा जिलाध्यक्ष प्रदीप शाक्य। पत्नी रेखा वर्मा, बेटा आदी और दोनों बेटियां भव्यावकाव्या। फाइल फोटो
पत्नी और बच्चोंकी हत्याका आरोपी
मुकेश वर्मा पुलिस की गिरफ्त में।
पत्नी, बेटा और दो बेटियों की हत्या करने वाला आरोपी गिरफ्तार, पुलिस की पूछताछ में कबूला गुनाह साले की तहरीर पर
एफआईआर दर्ज
परिवार के चार लोगों की हत्या की
जानकारी मिलने पर रेखा के मायके
वाले भी इटावा पहुंच गए। मध्य प्रदेश
के भिंड के झांसी मोहल्लेके रहने
वाले रेखा वर्मा के भाई सत्येंद्र सोनी
की तहरीर पर पुलिस ने एफआईआर
दर्जकी है।
दिल्ली में पढ़ती थी बड़ी बेटी
सराफा कारोबारी मुकेश वर्मा ने दो
शादियां की थी। पहली पत्नी से एक
बेटी हुई थी, जिसका नाम भव्या है।
वह दिल्ली में रहकर पढ़ाई करती
थी। अक्सर व्यापार के सिलसिले
में मुकेश दिल्ली जाता था और बेटी
के पास कई-कई दिन तक रुकता
था। बेटी अभी दीपावली के त्योहार
पर घर आई थी। छोटी बेटी काव्या
इंटरमीडिएट की छात्रा थी। बेटा भी
समझदार था।
माता के जगराता में थिरकते रहे भक्त
बकेवर। मां कालिका सेवा समिति की ओर से मां कालिका मंदिर लखना में दसवां
माता का जगराता हुआ। कलाकारों ने झांकियों के साथ मां के भजन प्रस्तुत किए।
श्याम दीवाना झांसी, राजेश राजस्थानी, अभि मस्ताना, बृजमोहन शास्त्री, सोनी यादव
पुखरायां, धीरेंद्र दीवाना इटावा ने पूरी रात चले देवी जागरण में मां भजन सुनाकर शमां
बांध दिया। यहां उपस्थित दर्शक थिरकने को मजबूर हुए। मां के दरबार में पूरी रात
चले जागरण में जय माता दी के जयकारे गूंजते रहे। कस्बाव आसपास क्षेत्र के भक्त
उपस्थित रहे। पदाधिकारी सर्वेश कुमार, राजेश कुमार, सुनील पाल, श्याम दीवाना,
नीतीश कुमार, राहुल कुमार, कल्लन कुमार ने कलाकारों को सम्मानित किया।
सार-संक्षेप
उपलब्धि अनुसंधान के क्षेत्र में उत्तर प्रदेश आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय सैफई को अब तक 34 पेटेंट मिले
भारत सरकार से मिले पेंटेटकोकुलपति डॉ. प्रभात कुमार को सौंपते डॉक्टर्स।
किसी के गले नहीं उतर रही हत्या की थ्योरी
पूछताछ में सराफा कारोबारी मुकेश वर्मा ने बताया कि पारिवारिक विवाद और कलह
की वजह से पूरे परिवार ने आत्महत्या करने का निर्णय लिया था। इसीलिए सभी
लोगों ने नींद की गोली खाई थी। बाद में मैंने उनकी हत्या कर दी और फिर खुद
आत्महत्या करने के लिए ट्रेन से कटने रेलवे स्टेशन गया था। मरुधर एक्सप्रेस के
8 डिब्बे उसके ऊपर से गुजर गए, परन्तु लेटा होने की वजह से वह बच गया। यह
थ्योरी किसी के गले नहीं उतर रही है। लोगों का कहना है कि अगर आत्महत्या का
सामूहिक निर्णय था तो खुद मुकेश वर्मा ने नींद की गोली क्यों नहीं खाई? हत्या के
पीछे कोई गहरा राज है।
थोक का व्यापार करता था मुकेश वर्मा
लालपुरा निवासी सराफा कारोबारी मुकेश वर्मा थोक का व्यापार करता था। वह
दिल्ली से माल लाता था और दुकानदारों को बेचता था। उसने पुलिस को बताया कि
सराफा के कारोबार में काफी घाटा होने के कारण वह कर्जदार हो गया था। कर्ज
दारहोने के कारण वह डिप्रेशन का शिकार हो